दिल्ली की नई मुख्यमंत्री आतिशी के पति प्रवीण सिंह: उनकी प्रेम कहानी और साथ का सफर
दिल्ली की नई मुख्यमंत्री आतिशी की निजी जिंदगी में उनके पति प्रवीण सिंह की महत्वपूर्ण भूमिका है। क्या आप जानते हैं कि कैसे दोनों ने मिलकर अपने सपनों को पूरा किया और एक साथ जीवन की राह चुनी?
मुख्य बिंदु
– आतिशी और प्रवीण की पहली मुलाकात कैसे हुई
– कैसे दोनों ने एक-दूसरे को पसंद किया और शादी कर ली
– मध्यप्रदेश के गांवों में उनके द्वारा किए गए काम
आतिशी सिंह, जो अब दिल्ली की मुख्यमंत्री बनने जा रही हैं, पिछले कुछ वर्षों में आम आदमी पार्टी (AAP) की प्रमुख और निर्भीक नेता के रूप में उभरी हैं। उनके पति प्रवीण सिंह के बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। तो चलिए जानें कि प्रवीण सिंह कौन हैं और उनके जीवन में कैसे शामिल हुए।
कैसे हुई थी दोनों की पहली मुलाकात
आतिशी और प्रवीण की पहली मुलाकात दिल्ली में हुई थी। दोनों की ग्राम स्वराज के प्रति समान रुचि थी और वे गांवों की दशा सुधारने के लिए एक समान दृष्टिकोण रखते थे। यही कारण था कि दोनों ने एक-दूसरे को पसंद किया और एक गंभीर रिश्ते की ओर बढ़े।
शादी के बाद का सफर
प्रवीण सिंह, जो भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) और भारतीय प्रबंधन संस्थान, अहमदाबाद (IIM) से पढ़े हैं, ने अपनी उच्च शिक्षा के बाद भी एक सामान्य जीवन जीने का निर्णय लिया। उन्होंने बहुसंख्या में पढ़ाई करने के बाद भी कारपोरेट की दुनिया को छोड़कर गांवों में काम करने का निर्णय लिया।
मध्यप्रदेश में किया काम
2007 में, आतिशी और प्रवीण ने मध्यप्रदेश में एक कम्यून स्थापित किया। उनका उद्देश्य गांधीजी के ग्राम स्वराज के सपनों को साकार करना और गांवों में व्यावहारिक शिक्षा प्रदान करना था। इस कम्यून के माध्यम से उन्होंने न केवल शिक्षा पर काम किया बल्कि ऑर्गेनिक फार्मिंग जैसे महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स भी चलाए।
सियासत में आतिशी की एंट्री
इसके बाद, आतिशी ने अरविंद केजरीवाल के संपर्क में आकर सियासत में कदम रखा। उन्होंने अपने आत्मविश्वास और प्रभावी संचार कौशल से आम आदमी पार्टी में महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त किया।
प्रवीण की लो-प्रोफाइल लाइफ
प्रवीण सिंह ने आम आदमी पार्टी में शुरुआत की थी लेकिन जल्दी ही उन्होंने अपनी पहचान को मीडिया की नजरों से दूर रखा। उनकी निजी और पेशेवर जिंदगी में लो-प्रोफाइल रहने की आदत उनके चरित्र का हिस्सा है। उनकी एक भी तस्वीर सोशल मीडिया पर नहीं मिलती, लेकिन योगेंद्र यादव ने एक ट्वीट के माध्यम से उनकी तारीफ की थी।
गांवों में शिक्षा और सामुदायिक जीवन
आतिशी और प्रवीण ने 2007 से 2012 तक गांवों में शिक्षा और सामुदायिक जीवन पर काम किया। उन्होंने आर्गेनिक फार्मिंग और कम्युनिटी लिविंग पर जोर दिया और अपने शैक्षिक अभियानों में इन पहलुओं को शामिल किया।
शादी के बाद नाम में बदलाव
आतिशी और प्रवीण की शादी के बाद, आतिशी ने अपने नाम में पति के सरनेम को शामिल किया। प्रवीण सिंह, जो सिख राजपूत हैं, हमेशा मानवता और मूल्यों पर जोर देते रहे हैं और अपनी पत्नी के काम पर गर्व करते हैं।
भविष्य की दिशा
हालांकि यह कहना मुश्किल है कि प्रवीण सिंह पत्नी के मुख्यमंत्री बनने के बाद सीएम आवास में रहेंगे या नहीं, लेकिन उनकी मौजूदा जीवनशैली और काम करने की आदतें यही संकेत देती हैं कि वे चुपचाप और प्रभावी ढंग से काम करते रहेंगे।
Also read