सावन में राशि अनुसार करें भगवान शिव की पूजा, चमक जाएगी किस्मत! जानें आचार्य से विधि
नई दिल्ली – इस साल सावन का पवित्र महीना 22 जुलाई से शुरू हो रहा है, और भगवान शिव की पूजा का इस समय विशेष महत्व है। माना जाता है कि सावन मास में राशि अनुसार भगवान शिव को प्रसन्न करने से किस्मत चमक सकती है। आइए जानते हैं उज्जैन के ज्योतिष आचार्य रवि शुक्ला से कि किस राशि के जातक को किस प्रकार शिव की पूजा करनी चाहिए।
सावन में राशि अनुसार शिव पूजा
मेष – इस राशि के जातक बेलपत्र, लाल चंदन और लाल फूल से भगवान शिव की पूजा करें।
वृषभ – दूध, दही, सफेद फूल और गंगाजल से शिवलिंग का अभिषेक करें। महामृत्युंजय मंत्र या “ओम नागेश्वराय नमः” मंत्र का जाप करें।
मिथुन – पानी में दही मिलाकर शिवलिंग का अभिषेक करें और गन्ने का रस अर्पित करें।
कर्क – सफेद फूल, चंदन, इत्र, गाय का दूध और भांग से शिव की पूजा करें।
सिंह – पानी में गुड़ मिलाकर अभिषेक करें। मदार का फूल, गेहूं और लाल फूल चढ़ाएं।
कन्या – भांग, बेलपत्र, दूब, पान, धतूरा और गंगाजल से शिव की पूजा करें।
तुला – सफेद चंदन, गंगाजल, दही और शहद से शिवलिंग का अभिषेक करें।
वृश्चिक – लाल गुलाब या कोई लाल फूल और बेलपत्र चढ़ाएं।
धनु – गाय के दूध में हल्दी मिलाकर शिवलिंग का अभिषेक करें और बेसन की मिठाई का भोग लगाएं।
मकर – नीले फूल, बेलपत्र, शमी के पत्ते, भांग और धतूरा चढ़ाएं।
कुंभ – नीले पुष्प, शमी के पत्ते और गन्ने का रस चढ़ाएं।
मीन – पीले फूल, गन्ने का रस और केसर या दूध में केसर मिलाकर पूजा करें।
सावन में शिव पूजा का महत्व
सावन के महीने में भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए भक्त विभिन्न उपाय और अनुष्ठान करते हैं। इस महीने में जलाभिषेक, रुद्राभिषेक और विभिन्न व्रत और त्योहारों का आयोजन किया जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, सावन के महीने में सच्चे मन से की गई शिव पूजा सभी मनोकामनाओं को पूर्ण करती है।
सावन में शिव पूजा के लाभ
सावन में शिव पूजा का धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व अत्यंत गहरा है। इस समय की गई पूजा और व्रत से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती है। शिव भक्तों का मानना है कि इस पवित्र माह में शिव की आराधना से सभी कष्ट दूर होते हैं और इच्छाएं पूर्ण होती हैं। इसलिए, सावन में शिव की पूजा विधिपूर्वक और सच्चे मन से करें और भगवान की कृपा प्राप्त करें।