अनाज और तिलहन की खेती में नमी मीटर का इस्तेमाल उपज की गुणवत्ता बढ़ाएगा और मुनाफा सुनिश्चित करेगा
humidity cadence का उपयोग
नमी मीटर एक विशेष उपकरण है जिसका उपयोग विभिन्न पदार्थों, विशेष रूप से कृषि में अनाज और तिलहन की नमी की मात्रा को मापने के लिए किया जाता है । नमी मीटर का महत्व सरकार ने अनाज और तिलहन में नमी के स्तर को मापने के लिए कानूनी माप विज्ञान नियमों में नमी मीटर शामिल करने का प्रस्ताव रखा है । यह कदम कृषि व्यापार गतिविधियों में पारदर्शिता लाने और किसानों के मुनाफे को बढ़ाने के लिए उठाया गया है । सरकारी बैठक उपभोक्ता मामलों के विभाग ने अनाज और तिलहन में नमी के स्तर को मापने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले नमी मीटर के मसौदा नियमों पर चर्चा करने के लिए एक बैठक आयोजित की थी । इस बैठक की अध्यक्षता उपभोक्ता मामलों के विभाग की सचिव निधि खरे ने की । बैठक में विभिन्न विनिर्माताओं, उपयोगकर्ताओं, वैज्ञानिक संस्थानों, प्रयोगशालाओं, राज्य सरकार के कानूनी माप विज्ञान विभागों और स्वैच्छिक उपभोक्ता संगठनों ने भाग लिया । मसौदा नियम और सार्वजनिक प्रतिक्रिया नमी मीटर से संबंधित मसौदा नियम 30 मई, 2024 को सार्वजनिक प्रतिक्रिया के लिए जारी किए गए थे । सभी संबंधित पक्षों से जून 2024 के अंत तक टिप्पणियां आमंत्रित की गई थीं । बैठक के दौरान प्राप्त सभी टिप्पणियों पर विस्तार से चर्चा की गई । नमी मीटर क्या है और कैसे काम करता है? नमी मीटर एक विशेष उपकरण है जिसका उपयोग कृषि में अनाज और तिलहन की नमी की मात्रा को सटीकता से मापने के लिए किया जाता है । यह उपकरण इन वस्तुओं की गुणवत्ता और भंडारण उपयुक्तता को निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है । नमी मीटर के लाभ नमी के स्तर को मापकर किसान और व्यापारी बेहतर संरक्षण सुनिश्चित कर सकते हैं, खराब होने के जोखिम को कम कर सकते हैं और भंडारण और परिवहन के लिए अनुकूलतम स्थिति बनाए रख सकते हैं । इससे न केवल उपज की गुणवत्ता बढ़ेगी बल्कि किसानों का मुनाफा भी बढ़ेगा । निष्कर्ष नमी मीटर का उपयोग कृषि में एक महत्वपूर्ण कदम है जो उपज की गुणवत्ता को बनाए रखने और किसानों के मुनाफे को बढ़ाने में सहायक होगा । सरकार का यह कदम कृषि व्यापार में पारदर्शिता लाने और किसानों को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है ।